*जलने और जलाने का बस इतना सा फलसफा है “साहिब”..!*
*फिक्र में होते है तो,खुद जलते हैं...बेफ़िक्र होते हैं तो दुनिया जलती है...!!!*
*जलने और जलाने का बस इतना सा फलसफा है “साहिब”..!*
*फिक्र में होते है तो,खुद जलते हैं...बेफ़िक्र होते हैं तो दुनिया जलती है...!!!*
0 Comments