तुझे चिठ्ठीयां नहीं करवटो की नकल भेजेंगे,
अब चादर के नीचे कार्बन लगाने लगे हैँ हम,
एक ख्वाहिश है मेरी, पूरी हो इबादत के बगैर,
वो आकर लिपटे मुझसे, मेरी इजाजत के बगैर.
अब चादर के नीचे कार्बन लगाने लगे हैँ हम,
एक ख्वाहिश है मेरी, पूरी हो इबादत के बगैर,
वो आकर लिपटे मुझसे, मेरी इजाजत के बगैर.

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